Wednesday, June 17, 2015

ये मुकद्दर की बात...

तकदीर बनाने वाले तूने कमी ना की,,
अब किसको क्या मिला ये मुकद्दर की बात है !

Sunday, June 14, 2015

सामान ख्वाहिशों का..


जुटा लेते है सामान ख्वाहिशों का..
समझौता अरमानों का नहीं होता यहाँ....

Monday, June 8, 2015

बेरोजगार बैठे हैं.....

जिधर देखो इश्क के बीमार बैठे हैं,
हजारों मर गए, लाखों तैयार बैठे हैं,
बर्बाद होते है ये लड़कियों के पीछे,
और कहते हैं की सरकार की वजह से बेरोजगार बैठे हैं.....

तुम रूठ जाओगे

ना कर तकरार मुझसे ..
फिर बात से बात निकलेगी और तुम रूठ जाओगे.........

मुलाकातों के बाद...!

मैं उसे कुछ न कह सका इतने जज्बातों के बाद,
हम अजनबी ही रहे इतनी मुलाकातों के बाद...!

अंजाम ऐ मोहब्बत

अगर पहले होता अंजाम ऐ मोहब्बत का पता ..
तो नही करते तेरी आंखो मे देखने की खता