Sunday, February 28, 2016
मेरी तू जान ले ले
मेरी तू जान ले ले
होठों पे मेरे तुम हो
दिल में जिगर में तुम हो
दुनिया को मैं ना जानू मेरी नजर में तुम हो
सीने में आज तेरे हलचल उतार दूंगी
बाहों में भर मेरे साजन घुंघटा उतार दूंगी
मेरे प्यार का चाहे तो इम्तिहान ले ले
चाहे तो बालम मेरे मेरी तू जान ले ले
आंखों में चाहतों का बादल उतार दूंगी
बाहों में भर रे साजन घुंघटा उतार दूँगी
पायल उतार दूंगी काजल उतार दूंगी
बाहों में भर ले रे साजन घुंघटा उतार दूंगी
Saturday, February 27, 2016
Friday, February 26, 2016
Wednesday, February 24, 2016
Tuesday, February 23, 2016
Monday, February 22, 2016
Saturday, February 20, 2016
Friday, February 19, 2016
कोई आँसू बहाने वाला है..........
लज़्ज़ते ग़म बढ़ाने वाला है
आज वो मुस्कुराने वाला है
हाथ थामा है गैर का उसने
मुझसे दामन छुड़ाने वाला है
इश्क़ करते हैं लोग क्यों आखिर
दर्द जब ये बढ़ाने वाला है
मिल रही है ख़बर फ़िज़ाओं से
वो मेरे पास आने वाला है
फूल कलियाँ हैं शर्म से पानी
कोई चिलमन हटाने वाला है
मेरी ग़ज़लें हैं उसके होंटो पर
मेरी शौहरत बढाने वाला है
प्यार करता हूँ टूटकर जिसको
इक वही तो सताने वाला है
आज मौसम उदास है ....
कोई आँसू बहाने वाला है।
आज वो मुस्कुराने वाला है
हाथ थामा है गैर का उसने
मुझसे दामन छुड़ाने वाला है
इश्क़ करते हैं लोग क्यों आखिर
दर्द जब ये बढ़ाने वाला है
मिल रही है ख़बर फ़िज़ाओं से
वो मेरे पास आने वाला है
फूल कलियाँ हैं शर्म से पानी
कोई चिलमन हटाने वाला है
मेरी ग़ज़लें हैं उसके होंटो पर
मेरी शौहरत बढाने वाला है
प्यार करता हूँ टूटकर जिसको
इक वही तो सताने वाला है
आज मौसम उदास है ....
कोई आँसू बहाने वाला है।
चेहरों पे दोहरी नका़ब रखते हैं
दिलों में आग लबों पर गुलाब रखते हैं
सब अपने चेहरों पे दोहरी नका़ब रखते हैं
हमें चराग समझ कर बुझा न पाओगे
हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं
बहुत से लोग कि जो हर्फ़-आश्ना भी नहीं
इसी में खुश हैं कि तेरी किताब रखते हैं
ये मैकदा है, वो मस्जिद है, वो है बुत-खाना
कहीं भी जाओ फ़रिश्ते हिसाब रखते हैं
हमारे शहर के मंजर न देख पायेंगे
यहाँ के लोग तो आँखों में ख्वाब रखते हैं
Thursday, February 18, 2016
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