Thursday, April 16, 2015

कदम रुक से गए मेरे............

वो अक्सर मुझसे कहते थे की रिश्ते फुल जैसे
होते हैं ।।।
कदम रुक से गए मेरे,
बाज़ार में जब फूलो को बिकते देखा ।।।

Suna Hai Wo.............

Suna Hai Wo Chand Sy Guftgu Krta Hai Raat Bhar,

Tanha Baith Kr Meri Baton Ko Sochta Hai Raat Bhar,

Jb Pass Thy To Hamari Qadar Na Jani Us Ny,

Ab Milny Ki Dua Mangta Hai Raat Bhar,

Ay Chand Usy Keh Dy Giya Waqt Laot Kr Nahi Aata,

Q Khud Ko Aziyat Mein Dalta Hai Raat Bhar.

Wednesday, April 15, 2015

ये सजा ज़रा ज्यादा हो गयी..

मुझे मंजूर थे वक़्त के सब सितम मगर ,
तुमसे मिलकर

बिछड़ जाना, ये सजा ज़रा ज्यादा हो गयी..

समय आ गया है

अब #ज़िंदगी बनाने का समय आ गया है
अब अरमां सजाने का समय आ गया है
ये ख़बर है कि आने वाले हैं वो शहर में
अब तो करीब आने का समय आ गया है
न जाने मेरे दिल में क्या क्या ज़ब्त है
वो सब कुछ सुनाने का समय आ गया है
कितनी चोट खाई है इस दिले नादान ने
अपने ज़ख्म दिखाने का समय आ गया है
नहीं हुए दीदार तो तौहीन होगी इश्क़ की
अब ‪#‎मोहब्बत‬ बचाने का समय आ गया है...

छोड़ दिया हमने

कबका छोड़ दिया हमने लोगों के पीछे चलना...
जिससे जितनी मोहब्बत की उसने उतना गिरा हुआ समझा हमें..

शुभ रात्री....

ढलती हुई रात में नींद आए तो सो भी लिया करो..

. . .
यूँ रातों को जागने से बिछड़े हुए लौटा नही करते...!!!