Sunday, March 29, 2020

उसका कोई घर नहीं

इस शहर में मज़दूर जैसा दर-बदर कोई नहीं, जिसने सबके घर बनाए उसका कोई घर नहीं |


Wednesday, March 25, 2020

"अपनों से.."

अपनों से बदला नहीं लिया जाता, माफ़ किया जाता है....

Tuesday, March 24, 2020

...ठीक है क्या?

“किसी के दिल को अपना आशियाना बताकर, किरायेदार की तरह निकल जाना ...ठीक है क्या? किसी पर अपना सारा वक़्त लूटा कर, उसको कुछ मिनटों के लिए मिलने के लिए तडपाना...ठीक है क्या? किसी की उँगलियों में अपनी उँगलियां फ़ंसा कर, रेत की तरह फिसल जाना...ठीक है क्या?”


मेरा चांद

मेरा चांद मुझसे बिछड़ने के फ़िराक़ में है,, फलक नया कोई शायद उसकी निगाह में है..!!


ठीक है क्या?

“किसी की आदतों में सामिल होकर, उसके जज़्बातों की नींव तोड देना...ठीक है क्या? किसी पर अपने सारे हक़ जता कर, उसकी खैरियत तक लेना छोड देना...ठीक है क्या? किसी का साया बनने का वादा करके, उसका रिश्ता अंधेरों से जोड देना...ठीक है क्या?”


Saturday, March 14, 2020

Dil ki baat

she:- ab tujhe meri har baat galat hi lagegi he:-😷 (in deep heart) ek bar sidha jabab de to sahi.. she:- ek bar bol to diya bar bar bahi baat repeat karna jaruri h kya he:- 🙂tujhe bhi to bahut pasand tha na ek hi baat ko bar bar sunna hajat bar sunna ... she :- I will never stop loving you but we can't chat, we can't call,we can't try to meet,we can't share feelings,we can't even think about eachother.. he:- 😶


It's hurting..

It's 2:59 am I still thinking about you..

बदला हुआ लहजा 😭😭

और....मुहब्बत के ख़ात्मे को तो.. बदला हुआ, इक लहजा ही काफ़ी है...!! 😭😭😭😭😭😭😭


Sunday, March 8, 2020

तुम इस बार जल्दी में थे...!!

दिल में दबी सी रह गयी बहुत सारी बातें.. तुम इस बार भी हमेशा की तरह जल्दी में थे...!!