Monday, February 16, 2015

उसका प्यार अब तक मुरझाया नही....

मेरी किताबों में रखा गुलाब..वो ..चुपके-चुपके रोज़ बदल देता था......
और में पगली समझती थी उसका प्यार अब तक मुरझाया नही....

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