Friday, October 30, 2015

बड़ी मुश्किल से कटी थी...पिछली रात

“चलो ना...आज तो खत्म करते है जो भी शिकवे थे...गिले थे...,
बड़ी मुश्किल से कटी थी...पिछली रात तुमसे खफा होकर...।”

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