Saturday, November 28, 2015

रुलाना उसे नहीं आया।

अधूरी मोहब्बत निभाना आखिर किसे नहीं आया?

बताना मुझे नहीं आया, तो जताना उसे नहीं आया।💝

यूँ तो बिछाए हर तरफ जाल ही जाल थे मोहब्बत के

फसाना मुझे नहीं आया तो छुडाना उसे नहीं आया।💝


चुप्पी में भी जज्बातों की शिकायत बखूबी हुई लेकिन


सताना मुझे नहीं आया तो मनाना उसे नहीं आया।💝

अपनी अपनी जिंदगी के बस अपने अपने लम्हे

हँसाना मुझे नहीं आया तो रुलाना उसे नहीं आया।💝









#rahunesh

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