जानेमन जैसी हो गई है .....
आजकल तो धूप भी हमारी जानेमन जैसी हो गई है .....
दिखती कम है
और जब दिखती है तो सारा मोहल्ला बाहर निकल आता है...
Aajkal to dhoop bhi humari janeman jaisi ho gayi hai...
dikhti kam hai
aur jab dikhti hai to sara moholla bahar nikal aata hai....
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