Friday, December 4, 2015

वही प्यास जगी जाती है

रात आती है तेरी याद चली आती है,
किस शहर से तेरी आवाज चली आती है ,
चाँद ने खूब सहा है सूरज कीअगन,
तेरी ये आग मुझसे न सही जाती है,
दिल में उतरी है तेरी दर्द भरी आँखें ,
मेरी आँखों में वही प्यास जगी जाती है,
हमने देखा था खुद को तेरी सूरत में,
आईना देखकर अब रात कटी जाती है ...
      
#rahunesh


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