Wednesday, December 2, 2015

उनकी गुस्ताख़ आँखों में................

देखा था एक बार हमने, उनकी गुस्ताख़ आँखों में;

उसके बाद आईना तो देखा, मगर ख़ुद को नहीं देखा !!..........


 

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