उसे रब से मांग लिया है हमने
अब ये उस खुदा की मर्जी है दुआ सुने या ना सुने .......
मेरी पहली और आखरी ख्वाईश सिर्फ़ वो है
मेरी आँखों ने उसके लिये हजारों सपने है बुने .....
अब ये उस खुदा की मर्जी है दुआ सुने या ना सुने .......
मेरी पहली और आखरी ख्वाईश सिर्फ़ वो है
मेरी आँखों ने उसके लिये हजारों सपने है बुने .....
Use rab se mangliya hai humne ab ye us khuda ki marzi hai dua sune ya nahi sune...meri pahli aur aakhri khwahish sirf bo hai meri aakho ne uske liye hajaro sapne bune...
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