Dil Ki Baat
Saturday, April 30, 2016
मोहब्बत हो चुकी थी
अब इस से भी बढ़कर गुनाह-ए-आशिकी क्या होगी,
💔
जब रिहाई का वक्त आया तो पिंजरे से मोहब्बत हो चुकी थी !!
!💕
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