Dil Ki Baat
Wednesday, August 24, 2016
उनका दिया ज़ख्म.....
कुरेद कुरेद कर बड़े जतन से हमने रखे हैं हरे !
कौन चाहता है की उनका दिया कोई ज़ख्म भरे !.....
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