Sunday, September 18, 2016

दर्द दूसरों के,...




अब ये न पूछना की..

ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ,

कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के,

कुछ अपनी सुनाता हूँ |

#rajan

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