Dil Ki Baat
Saturday, September 3, 2016
ये होठों के तकल्लुफ....
तुम मुझे कभी दिल तो कभी आखो से पुकारो,
ये होठों के तकल्लुफ तो जमाने के लिये है...
😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘😘
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