Dil Ki Baat
Sunday, September 11, 2016
ऐसे भी ज़माने होंगे...
"सोचा ही नहीं था मैंने कि ऐसे भी ज़माने होंगे...
रोना भी ज़रूरी होगा और आंसू भी छुपाने होंगे"
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment