Sunday, October 28, 2018

भीड़ में तन्हाई में
प्यास की गहराई में
दर्द में रुसवाई में
मुझे तुम याद आते हो
मुझे तुम याद आते हो.....

कभी ख्वाब में सोचा ना था
जीना पड़ेगा तुझे छोड़ के
...........

😭😭😭😭😭😭😭😭😭

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