धीरे से निहार लेता हू्ँ तुझे
पता नहीं क्यों !
चुपके चुपके इन्तजार करता हू्ँ
पता नहीं क्यों !
बहुत चुप सा रहने लगा हूँ
पता नहीं क्यों !
सोचता रहता हूँ तेरे बारे में
पता नहीं क्यों !
गजब की बैचेनी देखने की तुझे
पता नहीं क्यों !
कुछ तो असामान्य हो रहा है
बता दो ना क्यों .?
.
S
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