एक वक्त गुजर गया छोड़े उसको।
अब याद उसको कहा मेरी आती होगी।
कभी किस्से कहानी मैं मेरी बात जब आती होगी
वो सिर्फ मेरा है कहकर हक़ ना जताती होगी।
कसमे वादे करने की आदत है उसकी।
किसी और को अब वो वादे सुनाती होगी।
एक वक्त गुजर गया छोड़े उसको।
अब याद उसको कहा मेरी आती होगी।
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कभी आंखे भिगो देती थी मेरे जाने से।
अब बिना फिक्र के मुस्कुराती होगी।
दिल की धड़कने बढ़ जाती थी मेरे छूने से।
अब उस दिल को कैसे हंसाती होगी।
लाखो मिन्नतें दुआ अब भी होगी उसके जेहन में।
पर कुछ पुरानी दुआओं पर हँसजाती होगी।
एक वक्त गुजर गया छोड़े उसको।
अब याद उसको कहा मेरी आती होगी।
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