Wednesday, October 16, 2019

माँ बाप के जैसा नही कोई यहां


किसको सुनाए दास्ता गमो की फ़ेहरिस्त जरा लम्बी है
आंसू भी कम पड़ जाए गमो की उम्र जरा लंबी है।

चोट तन की हो तो जाये मिट
दिल के घावों की तादात जरा लंबी है।

माँ बाप के जैसा नही कोई यहां
पर रिश्तो की तादात बड़ी लंबी है।

उम्र बचपन बेफिक्र गुज़र जाये
बाद ताउम्र साथ गम की जरा लंबी है।


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