Friday, April 24, 2020
तेरी याद साथ है
आँखों में तेरे ख़्वाब और हाथों में चाय लिए बैठे हैं,,, बस तेरी याद साथ है बाकी दुनिया भुलाये बैठे हैं।
Friday, April 17, 2020
Friday, April 3, 2020
Thursday, April 2, 2020
खुद ही संभल जाऊं...
“यह दिल कहता है तेरे शहर में ठहर जाऊं, मगर हालात कहते हैं कि घर जाऊं तो बेहतर है। दिलों में फर्क आएंगे...ताल्लुक भी टूट जाएंगे, जो देखा जो सुना उससे मुकर जाऊं तो बेहतर है। यहां है कौन मेरा जो मुझे समझे मैं कोशिश करके, खुद ही संभल जाऊं तो बेहतर है ।”
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