Thursday, January 21, 2021

प्यार भी बेपनाह करती हुँ

 अकेले बैठ कर #तुमको 

कभी जब याद करती हूँ,

मैं #रोना #मुस्कुराना ,

 दोनों एक साथ करती हूँ...

कभी #गुस्सा तो ...कभी 

प्यार भी बेपनाह करती हुँ 

देखो न मै तुम्हे किस कदर ...

#याद करती हूँ ...

भेजती हुँ #हिचकियों को 

अपना मुखबिर बना कर ....

अहसास तुम्हे हो जाये कि बस मै तुम्हे ही ....

इश्क, मोहब्बत, ....#प्रेम 

इबादत की तरह करती हूँ ।$

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