Dil Ki Baat
Sunday, March 1, 2015
स्वागत-ए-मार्च मे...........
रोया है फ़ुर्सत से सारी रात कोई यकीनन.......
वर्ना स्वागत-ए-मार्च मे यहाँ बरसात नहीं होती...
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