Friday, September 30, 2016
Thursday, September 29, 2016
Tuesday, September 27, 2016
Hum Khud Ko Rulate Hai.....
"Hamare Ansu Pooch Kr Woh Muskurate Hain,
Isi Ada Se Woh Dil Ko Churate Hain,
Haath Unka Chu Jaye Chehre Ko Isi Umeed Me
"Hamare Ansu Pooch Kr Woh Muskurate Hain,
Isi Ada Se Woh Dil Ko Churate Hain,
Haath Unka Chu Jaye Chehre Ko
Isi Umeed Me Hm Khud Ko Rulate Hai""
Aey Zindagi Tu.....
Aey Zindagi Tu Itni Badsalukhi Na Kar,
Kaun Sa Yaha Hum Baar-Baar Aane Waale Hai!
R#J💘N
ताल्लुक कौन रखता है....
ताल्लुक कौन रखता है किसी नाकाम से लेकिन,
मिले जो कामयाबी सारे रिश्ते बोल पड़ते हैं,
मेरी खूबी पे रहते हैं यहां ज़बान खामोश,
मेरे ऐबों पे चर्चा हो तो गूंगे भी बोल पड़ते हैं..!!
😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😐😯😯
Monday, September 26, 2016
ज़िंदगी में किसी के.....
इतना तो ज़िंदगी में किसी के ख़लल पड़े
हँसने से हो सुकून न रोने से कल पड़े.!!
😢😢😢😢😢😢😢😢😢
Sunday, September 25, 2016
Thursday, September 22, 2016
ये जो मेरे हालात हैं ना....
ये जो मेरे "हालात हैं ना, एक दिन सुधर जायेगे,
मगर, तब तक कुछ "लोग मेरे दिल से उतर जायेगे.
.
Tinku
ज़िन्दगी बर्बाद कर ही लेते है..
यूँ तो मोहब्बत की सारी
हकीक़त से वाकिफ है हम
.
पर उसे देखा तो सोचा चलो
ज़िन्दगी बर्बाद कर ही लेते है..
.
Tinku
Wednesday, September 21, 2016
मेरा हक़ नहीं...
तुम्हारे.. एक लम्हें पर भी मेरा हक़ नहीं...ना जाने
तुम किस हक़ से मेरे हर लम्हें में शामिल हो...!!
Tuesday, September 20, 2016
उसी के पास....
" यह प्यार भी कितना अजीब होता हैं ना
चाहे वो तकलीफ कितनी भी दे फिर भी सुकून सिर्फ़ उसी के पास मिलता है "
Sunday, September 18, 2016
सηम रε,💓सηमRε....
भीgi💦 भीgi,👣सdko pε 🙋 मai तeरa 🏂ईnतeजar करu 🙇
धीre धीre 💞 Diल की जaमeeन कο☺τeरe ही ηααम καरu 💍
सηम रε,💓सηमRε 🙋τυ मेरα सηम हूAα रε😘💝
#santosh
दिल तो बस...
कौन करता हैं
यहां प्यार निभाने के लिए ??
दिल तो बस इक
खिलौना हैं यहा जमाने के लिए.
#suri
दर्द दूसरों के,...
अब ये न पूछना की..
ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के,
कुछ अपनी सुनाता हूँ |
#rajan
Saturday, September 17, 2016
Friday, September 16, 2016
Thursday, September 15, 2016
Wednesday, September 14, 2016
हिन्दी दिवस
✨ *|| हिन्दी दिवस ||* ✨
✏..हिंदी एक वैज्ञानिक भाषा है
और कोई भी अक्षर वैसा क्यूँ है
उसके पीछे कुछ कारण हैं →
*क, ख, ग, घ, ङ* -
कंठव्य कहे गए,
क्योंकि इनके उच्चारण के समय ध्वनि कंठ से निकलती है ।
(एक बार बोल कर देखिये)
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*च, छ, ज, झ,ञ* -
तालव्य कहे गए,
क्योंकि इनके उच्चारण के
समय जीभ तालू से लगती है ।
(एक बार बोल कर देखिये)
-------------------------
*ट, ठ, ड, ढ ,ण* -
मूर्धन्य कहे गए,
क्योंकि इनका उच्चारण
जीभ के मूर्धा से लगने पर ही सम्भव है ।
( बोल कर देखिये )
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*त, थ, द, ध, न* -
दंतीय कहे गए,
क्योंकि इनके उच्चारण के समय जीभ दांतों से लगती है ।
(बोल कर देखिये)
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*प, फ, ब, भ, म* -
ओष्ठ्य कहे गए,
क्योंकि इनका उच्चारण ओठों के मिलने पर ही होता है।
(बोल कर देखिये)
_
हम अपनी भाषा पर गर्व करते हैं, ये सही है परन्तु लोगो को इसका कारण भी बताईये ।
👉 इतनी वैज्ञानिकता दुनिया की किसी भाषा में नही है ।
*"हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ"*...💐
Tuesday, September 13, 2016
Monday, September 12, 2016
Sunday, September 11, 2016
Saturday, September 10, 2016
Tuesday, September 6, 2016
Monday, September 5, 2016
Sunday, September 4, 2016
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