Saturday, January 30, 2021
Wednesday, January 27, 2021
हम देख लेते हैं उसे जी भर कर.....
“ठिकाने बना लिए है हमने अब उसके रास्तों पर...,
वो देखे ना देखे...हम देख लेते हैं उसे जी भर कर।”
Tuesday, January 26, 2021
खुद ही संभल जाऊं तो बेहतर है
“यह दिल कहता है तेरे शहर में ठहर जाऊं, मगर हालात कहते हैं कि घर जाऊं तो बेहतर है। दिलों में फर्क आएंगे...ताल्लुक भी टूट जाएंगे, जो देखा जो सुना उससे मुकर जाऊं तो बेहतर है। यहां है कौन मेरा जो मुझे समझे मैं कोशिश करके, खुद ही संभल जाऊं तो बेहतर है ।”
सिर्फ पागलपन ही दिखता है ना मेरा?
“सिर्फ पागलपन ही दिखता है ना मेरा? पर उसके छीपे मेरे प्यार का क्या? एक आवारा जो चले लगा था संभलकर, मेरा टूटा हुआ कोना जो तेरे आने से हुआ था घर। मेरी उस दुनिया-संसार का क्या? जिसकी दवा ही हो सिर्फ साथ तुम्हारा, उस बिचारे बिमार का क्या?”
फिर मिलेंगे साजना
“ज़िंदगी रही तो फिर मिलेंगे साजना, पर वादा कोई नही कर सकते...मौत का सिज़न चल रहा है।”
तुम्हे अच्छा लगेगा ......
बिछड़ के उस का दिल लग भी गया तो क्या लगेगा
वो थक जाएगा और मेरे गले आ लगेगा
में मुश्किल में तुम्हारे काम आऊँ या न आऊँ
मुझे आवाज़ देना तुम्हे अच्छा लगेगा ।
Sunday, January 24, 2021
अगले जनमों के भी थे......
“वक़्त की मजबूरियों-गलतफहमियों में फँस गया था वो रिश्ता,
वरना कुछ वादे तो अगले जनमों के भी थे!”
सब पीछे छूट गया।।
आगे बढ़ चुका हूं पर, मेरा वो मुस्कुराता चेहरा, मेरा वो बेपरवाह जीना, सब पीछे छूट गया।।
Aage Badh Chuka Hun Par,
Mera Woh Muskurata Chehra,
Mera Woh Beparwah Jeena,
sab Peeche Chhut Gaya.
Saturday, January 23, 2021
सुना है कि वो रातों को जागती है
🌼🌺🌼🌺🌼
सुना है कि वो रातों को जागती है,
उस से कहना कि सोते हम भी नही..
सुना है कि वो मुझे बहुत याद करती है,
उस से कहना कि भूले हम भी नही..
सुना है कि वो छुप छुप के रोती है,
उस से कहना कि हंसते हम भी नही..
सुना है कि वो वफ़ा का दावा करती है,
उस से कहना कि बेवफ़ा हम भी नही..!!
🌼🌺🌼🌺🌼
इंसान कभी कभी बड़ा मजबूर हो जाता है
कोई नहीं समझ सकता .....जिस बन्दे पे गुजार रही ह ना सिर्फ बही समझ सकता है
समझने वाला
समझने वाला तुम्हारी एक झूठी मुस्कुराहट से समझ जायेगा.
ना समझने वाला, चाहे तुम उसको सामने रो देना, नहीं समझेगा.
😞😞😞😞😞😞😞😞😞😞😞
वक्त का क्या है हमारा भी कभी आएगा....
Friday, January 22, 2021
Thursday, January 21, 2021
प्यार भी बेपनाह करती हुँ
अकेले बैठ कर #तुमको
कभी जब याद करती हूँ,
मैं #रोना #मुस्कुराना ,
दोनों एक साथ करती हूँ...
कभी #गुस्सा तो ...कभी
प्यार भी बेपनाह करती हुँ
देखो न मै तुम्हे किस कदर ...
#याद करती हूँ ...
भेजती हुँ #हिचकियों को
अपना मुखबिर बना कर ....
अहसास तुम्हे हो जाये कि बस मै तुम्हे ही ....
इश्क, मोहब्बत, ....#प्रेम
इबादत की तरह करती हूँ ।$
Stop saying, I love you.
Seriously, it’s the most misused phrase on Earth.
It’s a nice thing to say to someone,
but tell me: Do you mean it?
A lot of people say it cause it’s convenient,
but tell me, do you really mean it?
आजकल तो वो फिर मुझको
कभी कभी वो चेहरा जाना पहचाना लगता है,
और कभी,
वही मुझे कुछ बैगाना लगता है,
जानती हूँ शायद,या शायद जानती नही,
बातो से तो मुझको वो ,कोई दोस्त पुराना लगता है,
पल मे ही बदल जाते है,मन के ख़याल है ये,
आजकल तो वो फिर मुझको ,कोई अनजाना लगता है।
पत्थर से दिल लगा बैठे ....
कभी पिघलेंगे पत्थर भी मोहब्बत की तपिश पाकर,
बस यही सोच कर हम पत्थर से दिल लगा बैठे ....
भरोसे के #लायक कोई....
है दुख तो कह दो किसी #पेड़ के #परिंदे से,
अब #आदमी रहा नहीं..#भरोसे के #लायक कोई....!!
की ना चाहते हुआ भी इश्क
की ना चाहते हुआ भी इश्क
दीवाना बना देता है
राहुल
खुदा दिल तो देता है मगर
धड़कन किसी और को बना देता है
दिल के कोने में
क्यूँ करते हो बरबाद वक़्त, दिन रात ग़मों पर रोने में ।
ढूँढ़ निकालो खुशियों को जो छुपी हैं दिल के कोने में ।।😊
अपने क़िरदार से बेवफ़ाई करता गया
मैं हारता गया साथ छुटता गया
हुआ तन्हा इतना ख़ुद से बिछड़ता गया
सब जलाकर ख्वाहिशें दिल की
मैं सुकून की तलाश में चलता गया
अब कहीं कोई मुझे ढूँढते ना आये
मैं अपने निशाँ रास्तों से मिटाता गया
कल याद भी न आऊँ मैं किसी को
अपने क़िरदार से बेवफ़ाई करता गया
ना मौत की मेरी कोई कभी ख़बर सुने
मैं ख़ुद लाश अपनी जला कर गया
कितनी मुशकिल से दिल को समझाया
कितनी मुशकिल से दिल को समझाया,
उन राहों पर फिर नही जाना हमने,
दर्दों को भी हंस कर पी लिया,
ज़ख़्मों को खुद ही मसला हमने,
काफ़िर बन गये हम अपने लिए आप ही,
हदों को भी बेहद मुशकिल कर दिया हमने,
रास्ता रोक लिया आँसुओं ने आज फिर से,
नामुमकिन है,अब नही लौटना हमने ।
उर्फ़ी, फ़ारसी के शायर
“आवाज़ ए सागाँ कम न कुनद रिज़्क़ ए गदा रा !” ~उर्फ़ी, फ़ारसी के शायर
कुत्तों के भौंकने से फ़क़ीर की रोज़ी में कमी नहीं आती.
Tuesday, January 19, 2021
सिर्फ मोहब्बत में है.......
जनवरी का महीना, अकेली शाम,
हल्की - हल्की बारिश, मनपसंद गाने,
अदरक वाली चाय,
कौन कहता है ज़िन्दगी का मजा सिर्फ मोहब्बत में है !!!